top of page

हनुमान जन्मोत्सव 2025: हनुमान जी की पूजा और व्रत से पाएं कष्टों से मुक्ति, जानें विशेष उपाय और मंत्र :

हनुमान जन्मोत्सव , जो हिंदू धर्म में भगवान हनुमान के अवतरण दिवस के रूप में मनाई जाती है, इस वर्ष 2025 में 12 अप्रैल से 13 अप्रैल तक चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाई जाएगी। यह दिन हिंदू नववर्ष की पहली पूर्णिमा भी है, और विशेष रूप से इस दिन भगवान हनुमान की पूजा और व्रत का आयोजन किया जाता है। हनुमान जन्मोत्सव पर पूजा से जीवन में शांति, समृद्धि और कष्टों से मुक्ति मिलती है। आइए पुष्कर की लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु से जानते हैं इस दिन के महत्व, पूजा विधि, और कुछ विशेष उपाय जो आपकी जीवन की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।

हनुमान जयंती का महत्व :

हनुमान जन्मोत्सव का पर्व चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जिसे चैती पूनम या चैत्र

पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन चंद्र देव अपनी 16 कलाओं के साथ पूरी तरह से चमकते हैं और उनकी रोशनी अमृत के समान मानी जाती है। हनुमान जी का अवतरण इसी दिन हुआ था, और इसलिए इसे विशेष रूप से हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।

हिंदू धर्म में यह विश्वास है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और

भगवान हनुमान की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

पुष्कर की लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु के अनुसार, इस दिन विशेष रूप से भगवान हनुमान के साथ-साथ भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का भी महत्व है। इसके अलावा, यह दिन हर प्रकार के संकट से मुक्ति पाने के लिए आदर्श अवसर है।


हनुमान जन्मोत्सव 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त :

  • चैत्र पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ: 12 अप्रैल 2025, सुबह 03:21 बजे

  • चैत्र पूर्णिमा तिथि का समापन: 13 अप्रैल 2025, सुबह 05:51 बजे

  • हनुमान जयंती का शुभ समय: 12 अप्रैल 2025, सुबह 06:12 बजे से 09:43 बजे तक

  • हनुमान जयंती पर विशेष पूजा का समय: 12 अप्रैल, सुबह 07:00 बजे से 08:30 बजे तक


हनुमान जन्मोत्सव की पूजा विधि :

हनुमान जन्मोत्सव पर पूजा करने का विशेष समय और विधि है, जो भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

1. प्रातः स्नान और व्रत संकल्प: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर व्रत का संकल्प लें।

2. हनुमान जी का ध्यान और पूजा: भगवान हनुमान की पूजा करते समय ध्यान केंद्रित करें। यदि आप हनुमान मंदिर जा रहे हैं, तो वहां हनुमान जी के चरणों में सिंदूर अर्पित करें। घर पर पूजा करते वक्त चमेली के तेल में सिंदूर घोलकर हनुमान जी को अर्पित करें। साथ ही, उन्हें सिंदूरी रंग का लंगोट और मीठे पान का बीड़ा अर्पित करें।

3. भोग अर्पित करें: हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग अर्पित करें और चमेली के तेल का दीपक जलाएं।

4. हनुमान चालीसा का पाठ: हनुमान चालीसा का पाठ करें और विशेष मंत्रों का जाप करें।

5. बजरंग बाण का पाठ: हनुमान जयंती के दिन बजरंग बाण का पाठ विशेष रूप से फलदायी होता है। यह

आपके सभी संकटों को दूर करने में मदद करता है।


हनुमान जी के विशेष मंत्र ":

हनुमान जन्मोत्सव के दिन भगवान हनुमान के इन मंत्रों का जाप करना अत्यंत लाभकारी होता है:

1. ॐ हं हनुमते नम:

2. ॐ नोम भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा

3. ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्

4. ओम नमो भगवते हनुमते नम:

5. ॐ हं पवननंदनाय स्वाहा

6. ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा

हर कष्ट को दूर करने वाले हनुमान जी के 12 नाम – जानिए इनकी महिमा और लाभ हनुमान जी, जिन्हें हम बजरंगबली या महाबली के नाम से भी जानते हैं, के 12 नामों का उच्चारण न केवल जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाता है, बल्कि यह कई कष्टों को दूर करने में भी मदद करता है। पुष्कर की लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु के अनुसार, हनुमान जी के प्रत्येक नाम की अपनी महिमा है, और इनका जाप आपके जीवन से सभी परेशानियों को समाप्त कर सकता है।


हनुमान जी के 12 नाम और उनकी महिमा:

1.हनुमान

2.अंजनीसुत

3.वायुपुत्र

4.महाबल

5.रामेष्ट

6.फाल्गुनसखा

7.पिंगाक्ष

8.अमितविक्रम

9.उदधिक्रमण

10.सीताशोकविनाशन

11.लक्षमणप्राणदाता

12.दशग्रीवदर्पहा


हनुमान जी के 12 नामों का प्रयोग और उनके लाभ:-- पुष्कर की लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु के

अनुसार, हनुमान जी के 12 नामों का प्रयोग विभिन्न समय और परिस्थितियों में किया जा सकता है, और इनका

नियमित उच्चारण जीवन में अद्भुत लाभ और शांति लाता है।

आइए जानें इन नामों का सही तरीका और उनके लाभ:

1. प्रातःकाल में जाप करें:

o जब आप सुबह उठें, तो बिस्तर से उठने से पहले इन 12 नामों का जाप करें। यह आपके पूरे दिन को

सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। इससे दीर्घायु की प्राप्ति होती है और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार

होता है।

2. रात्रि में सोने से पहले:

o सोने से पहले इन नामों का जाप करने से शत्रुओं से रक्षा होती है और रात भर शांतिपूर्ण नींद आती

है। यह मानसिक शांति और सुरक्षा का एहसास देता है।

3. किसी नए कार्य के आरंभ से पहले:

o जब भी आप कोई नया कार्य, प्रोजेक्ट, या यात्रा शुरू करें, तो इन नामों का जाप करें। इससे कार्य में

सफलता मिलती है और उसमें कोई विघ्न नहीं आता। यह आपके प्रयासों में ऊर्जा और सफलता लाता है।

4. यात्रा के पूर्व:

o यात्रा पर जाने से पहले इन नामों का जाप करने से यात्रा सुरक्षित होती है और किसी भी प्रकार की

दुर्घटना या विपत्ति से बचाव होता है। यह यात्रा को मंगलमय और सुरक्षित बनाता है।

5. पीले कागज पर लाल रंग से लिखकर घर के मुख्य द्वार और पूजा स्थान पर रखें:

o इन 12 नामों को पीले कागज पर लाल रंग से लिखकर घर के मुख्य द्वार और पूजा स्थान पर लगा

सकते हैं। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और नकारात्मक शक्तियों को दूर करता

है।

6. भोजपत्र पर अष्टगंध से लिखकर लॉकेट की तरह पहनें:

o भोजपत्र पर अष्टगंध से इन नामों को लिखकर उसे लॉकेट की तरह गले में धारण करें। इससे व्यक्ति

की दसों दिशाओं से सुरक्षा होती है और वह हर प्रकार के संकट से बचता है।


इन नामों के लाभ:

1. प्रातःकाल नाम लेने से दीर्घायु होती है:

o अगर आप इन 12 नामों का उच्चारण प्रातः समय में करते हैं, तो यह आपके जीवनकाल को बढ़ाता है

और शारीरिक समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।

2. दोपहर में नाम लेने से धन की प्राप्ति होती है:

o अगर आप इन नामों का जाप दोपहर के समय करते हैं, तो यह आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत

करता है। इससे रुका हुआ धन वापस मिलता है और कर्ज से मुक्ति मिलती है।

3. रात्रि को नाम लेने से विरोधी परास्त होते हैं और शत्रु शांत होते हैं:

o यदि आपके जीवन में कोई शत्रु है या आप मानसिक तनाव में हैं, तो रात के समय इन नामों का

जाप करने से शत्रुओं से बचाव होता है और शांति प्राप्त होती है। यह आपको मानसिक और शारीरिक

सुरक्षा प्रदान करता है।

4. मनोकामना पूरी करने के लिए:

o यदि आपके जीवन में कोई विशेष मनोकामना या इच्छा है, तो इन 12 नामों का नित्य प्रातःकाल 9 बार

जाप करें। इससे आपकी इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन में सफलता मिलती है।


सारांश:

हनुमान जी के 12 नामों का जाप न केवल आपके जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाता है, बल्कि यह आपके शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है। इन नामों का प्रयोग नियमित रूप से करने से आपकी जीवन में कोई भी विघ्न नहीं आता और सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है।

हनुमान जन्मोत्सव का पर्व केवल पूजा का नहीं, बल्कि भगवान हनुमान की भक्ति, निस्वार्थता और साहस को अपनाने का भी है। इस दिन हनुमान जी की पूजा और व्रत करने से न केवल कष्टों से मुक्ति मिलती है, बल्कि जीवन में सफलता, शांति और समृद्धि भी आती है। पुष्कर की लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु के अनुसार, इस दिन किए गए उपाय और मंत्रों का जाप विशेष रूप से फलदायी होता है।

हनुमान जन्मोत्सव के इस पवित्र दिन पर हम सभी को भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त हो, यही शुभकामनाएं!

जय श्री राम, जय बजरंगबली!

Comments


bottom of page