सावन मास शिव पूजा एवं नव ग्रह शांति :
- Bhavika Rajguru
- Jul 24, 2024
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भगवान शिव को संहारक और पुनः सृजनकर्ता के रूप में पूजा जाता है। वे त्रिदेवों में से एक हैं और उनकी आराधना से कई लाभ प्राप्त होते हैं। शिव पूजा से व्यक्ति की मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक शक्तियों में वृद्धि होती है। उनके विभिन्न रूपों की पूजा करने से विभिन्न ग्रह दोष और समस्याओं का समाधान होता है।
शिव पूजा से नवग्रह शांति व्यक्ति के जीवन में संतुलन और शांति लाने का एक उत्तम साधन है। इसे नियमित रूप से करने से समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन सुखमय हो जाता है।
शिवजी की कृपा से नवग्रहों के कुप्रभावों से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति, समृद्धि और सुख-शांति का अनुभव होता है। इसके अलावा, शिवजी की आराधना से मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति भी प्राप्त होती है।
शिवजी की उपासना के साथ नवग्रह शांति के उपायों को अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है और ग्रहों के दोषों से मुक्त होकर जीवन में प्रगति कर सकता है।
जानिए कैसे शिवजी की पूजा और कौन से पाठ से नवग्रह शांति हेतु पाठ : -
1 . शिव पूजा एवं सूर्य ग्रह शांति के उपाय :-
सावन मास में भगवान शिव की नियमित पूजा में पंचामृत से अभिषेक एवं बिल्व पत्र के साथ अर्क पुष्प अवश्य चढ़ाये |
सूर्य ग्रह की शांति हेतु किसी शिवालय में पूर्वाभिमुख होकर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
2. शिव पूजा एवं चंद्र ग्रह शांति हेतु उपाय :-
भगवान चंद्रशेखर का कच्चे दूध एवं गंगाजल से अभिषेक करे , यदि संभव हो तो रुद्राभिषेक करवाए |
भगवान शिव के चन्द्रशेखराष्टक का नित्य शिवालय में पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
3. शिव पूजा एवं मंगल ग्रह शांति हेतु उपाय :-
देवाधि देव महादेव का जल में गुड़ मिलाकर अथवा शहद से अभिषेक करे |
शिवालय में बैठकर सुन्दरकाण्ड का पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
4.शिव पूजा एवं बुध ग्रह शांति हेतु उपाय :-
भगवान भोलेनाथ को पंचामृत से अभिषेक करके हरी दूर्वा शिवलिंग पर चढ़ाये |
शिवालय में बैठकर दुर्गा अष्टोतर शतनाम का नित्य पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
5.शिव पूजा एवं गुरु /बृहस्पति ग्रह शांति हेतु उपाय :-
भगवान महेश्वर का केसर मिश्रित जल से अभिषेक करे |
भगवान महेश्वर के समक्ष विष्णुसहस्त्रनाम का नित्य पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
6. शिव पूजा एवं शुक्र ग्रह शांति हेतु उपाय :-
अभय वर देने वाले भगवान आशुतोष का सफ़ेद चन्दन एवं इत्र मिश्रित जल से अभिषेक करे |
भगवान के समक्ष श्रीसूक्त एवं भगवान इन्द्र कृत माँ लक्ष्मी स्तोत्र का नित्य पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
7. शिव पूजा एवं शनि ग्रह शांति हेतु उपाय :-
सुप्रीत स्वरुप भगवन रूद्र देव का पंचामृत से अभिषेक करके काले तिल अर्पित करे |
यदि शत्रु पीड़ा से व्यथित हे तो सरसो के तेल से अभिषेक करे |
शिवालय में बैठकर गजेंद्रमोक्ष स्तोत्र एवं राजा दशरथ कृत शनि स्तोत्र का नित्य पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
8. शिव पूजा एवं राहु ग्रह शांति हेतु उपाय :-
भगवान् त्रिपुरारी का पंचामृत एवं नारियल के जल से अभिषेक करे एवं नीले पुष्प अर्पित करे |
भगवान् के समक्ष सरस्वती स्तोत्र का पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
9. शिव पूजा एवं केतु ग्रह शांति हेतु उपाय :-
भगवान् विरुपाक्ष का पंचामृत से अभिषेक करके केला अर्पित करे |
भगवान के समक्ष गणपतिअथर्वशीर्ष का नित्य पाठ करे एवं भगवान शिव से अपने कष्टों के निवारण हेतु प्रार्थना करे |
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BHAVIKA RAJGURU
LAL KITAB ASTROLOGER
( RAJGURUASTROSCIENCE )
हर हर महादेव