top of page

श्रावण मास की पुत्रदा एकादशी पर संतान प्राप्ति योग :

शुभ योग (प्रीति योग )में पवित्र पुत्रदा एकादशी का पर्व 16 अगस्त शुक्रवार को मनाया जायेगा | इस वर्ष सावन मास में पुत्रदा एकादशी को प्रीति योग का निर्माण मध्याह्न में 1:13 बजे से आरम्भ हो रहा है,इस दिन भगवान् शिव के साथ ही भगवान् विष्णु का विधिवत पूजन व आराधना करने से जीवन में संतान प्राप्ति के योग प्रबल होते है,साथ ही संतान की उन्नति के मार्ग प्रशस्त होते है |

व्रत एवं पूजन विधि--

इस वर्ष सावन मास की पुत्रदा/पवित्रा एकादशी का व्रत शुक्रवार 16 अगस्त को रखा जायेगा | धार्मिक मान्यता के अनुसार इस शुभ दिवस को निःसंतान दंपत्ति प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपने मन में व्रत करने का संकल्प ले ,फिर किसी तीर्थ या जलाशय में स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करके किसी भी शिवालय में जाकर यथासंभव सामग्री लेकर शिव परिवार का पूजन करके अपने पूर्वजन्म के पापों के लिए क्षमा याचना करके भगवान् से अपने लिए संतान उत्पत्ति की प्रार्थना करे,तत्पश्चात अपने घर के मंदिर में सपत्नी भगवान् लक्ष्मी नारायण का पूजन करके संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ स्वयं करे या किसी विद्वान ब्राह्मण से करवाये | यदि पति या पत्नी में से कोई भी इस स्तोत्र का रोजाना नियमित रूप से एक पाठ करे तो जन्म कुंडली के संतान हीनता के योगो का निवारण होकर भगवत कृपा से संतान की प्राप्ति अवश्य होतो है|

निःसंतान दंपत्ति को राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित श्री पुष्कर राज तीर्थ सरोवर में एक वर्ष तक प्रत्येक पूर्णिमा को स्नान करने से भी पूर्वजन्म कृत पापों के कारण जन्मकुंडली में उत्पन्न निःसंतानता के योगो का निवारण होकर संतान की प्राप्ति होती है |


यदि उपरोक्त में से किसी भी प्रकार की कोई समस्या/परेशानी आपके जीवन में चल रही है तो हमारे संस्थान के प्रबुद्ध ज्योतिषी से अपनी कुंडली का विश्लेषण अवश्य करवाये , हमारे संस्थान की email id - rajguruastroscience@gmail.com /फ़ोन नंबर-9256699947 पर संपर्क कर सकते है| 


コメント


bottom of page