लाल किताब के अनुसार बुध का पहले भाव में प्रभाव :
- Bhavika Rajguru
- Aug 14, 2024
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पहले घर में स्थित बुध जातक को दयालु, विनोदी और प्रशासनिक कौशल के साथ एक कुशल राजनयिक बनाता है। आमतौर पर, ऐसे जातक लंबी उम्र के होते हैं लेकिन समय के साथ स्वार्थी हो सकते हैं और उनके स्वभाव में नटखटपना आ सकता है। वे मांसाहार और मदिरा के प्रति आकर्षित हो सकते हैं। सरकारी मदद प्राप्त करने की संभावना भी होती है और उनकी बेटियाँ राजसी जीवन जी सकती हैं।
जिस भाव में सूर्य स्थित होता है, उस भाव से संबंधित रिश्तेदार अक्सर संक्षिप्त समय में बहुत सारा धन कमा लेते हैं और धनवान बन जाते हैं। जातक के पास भी आमदनी के कई स्रोत हो सकते हैं। यदि सूर्य और बुध पहले घर में एक साथ स्थित हों या बुध को सूर्य द्वारा दृष्टि प्राप्त हो, तो जातक की पत्नी किसी अमीर और कुलीन परिवार से हो सकती है और उसकी प्रकृति भी अच्छी होगी।
हालांकि, जातक मंगल के दुष्प्रभाव से प्रभावित हो सकता है, लेकिन सूर्य से प्रतिकूल परिणाम की संभावना कम होती है। राहु और केतु के दुष्प्रभाव जातक के वंशजों और ससुराल वालों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। पहले घर में स्थित बुध जातक को दूसरों को प्रभावित करने की कला में दक्ष बनाता है और वह एक राजा की तरह जीवन जी सकता है।
यदि पहले घर में बुध नीच का हो और चंद्रमा सातवें घर में स्थित हो, तो जातक नशे की लत के कारण अपनी तबाही का सामना कर सकता है।
इस प्रकार, बुध का पहले घर में होना जातक के व्यक्तित्व और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर गहरा प्रभाव डालता है, जो उसकी सफलता, समृद्धि, और व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है।
उपाय:
हरे रंग से परहेज
हरे रंग यथासंभव दूर रहना चाहिए। हरा रंग बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और इसके अत्यधिक प्रयोग से बुध की स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसीलिए, हरे रंग के कपड़े पहनने से परहेज करें और ऐसे वस्त्रों का उपयोग करें जो बुध के प्रभाव को संतुलित करें।
अंडा, मांस और मदिरा का सेवन न करें
बुध ग्रह की स्थिति को सुधारने के लिए अंडा, मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। ये पदार्थ शरीर और मन पर भारी प्रभाव डाल सकते हैं और बुध ग्रह की ऊर्जा को संतुलित करने में विघ्न डाल सकते हैं। इसके स्थान पर, पौष्टिक और सात्विक भोजन करें, जैसे फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज।
व्यापार में एक ही स्थान पर बैठ कर काम करें
यदि आप व्यापार करते हैं, तो ध्यान रखें कि घूम फिर कर व्यापार करने की बजाय एक ही स्थान पर बैठ कर व्यापार करना अधिक लाभकारी रहेगा। घूमने-फिरने से व्यापार की स्थिरता और सफलता में बाधा आ सकती है, जबकि एक ही स्थान पर बैठ कर व्यापार करने से व्यापार में स्थिरता और लाभ बढ़ता है।
इन उपायों को अपनाकर आप बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं और अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।
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