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महाशिवरात्रि पर करें इन चीजों का दान और जीवन में प्राप्त करें समृद्धि, सुख और शांति :

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। इस

दिन विशेष रूप से शिवलिंग पूजा, उपवासी रहकर ध्यान और मंत्रों का जाप किया जाता है। शिव के

आशीर्वाद से जीवन में समृद्धि, सुख और शांति प्राप्त होती है। इस पावन अवसर पर कुछ दान और पूजन

विधियां विशेष रूप से लाभकारी मानी जाती हैं।

महाशिवरात्रि पर करें इन चीजों का दान:

1. काले तिल का दान:

महाशिवरात्रि के दिन काले तिल का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन काले तिल का

दान करने से जीवन में लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होते हैं और पितृ दोष का नाश होता है। यह

पितरों की शांति के लिए भी लाभकारी होता है।

2. दूध का दान:

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का दूध से अभिषेक करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस

दिन दूध का दान करने से मन की हर मनोकामना पूरी होती है और जीवन में आने वाली

परेशानियों से छुटकारा मिलता है। यह पूजा से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

3. अन्न का दान:

महाशिवरात्रि के दिन अन्न और वस्त्र का दान करना भी विशेष महत्व रखता है। इस दिन

जरूरतमंदों को वस्त्र और अन्न दान करने से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है और घर-परिवार में

सुख-समृद्धि बनी रहती है।

4. घी का दान:

महाशिवरात्रि पर घी का दान करना बहुत शुभ और विशेष माना जाता है। यह दान व्यक्ति के जीवन

में समृद्धि और सुख लाने में मदद करता है। घी का दान करने से दुर्भाग्य समाप्त होता है और

भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।


इन दानों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से महाशिवरात्रि का पुण्य प्राप्त होता है, और जीवन में

सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है।

यह सामग्री शिवलिंग पर नहीं चढ़ाएं:

महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:

1. हल्दी, कुमकुम, और सिंदूर न चढ़ाएं:

शिव पूजा में इन चीजों का प्रयोग नहीं किया जाता। भगवान शिव की पूजा में इनका वर्जन होता है,

इसलिए शिवलिंग पर इनका प्रयोग ना करें।

2. नारियल का दान व पूजा से संबंधित निषेध:

महाशिवरात्रि पर पूजा करते समय शिवलिंग पर नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए और न ही नारियल के

पानी से शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए। नारियल लक्ष्मी जी का प्रतीक है और शिव पूजा में

इसे वर्जित माना जाता है।


कैसे करें शिवलिंग परिक्रमा:


महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा करने के बाद उसकी आधी परिक्रमा करनी चाहिए। यह महत्वपूर्ण है

कि परिक्रमा करते समय शिवलिंग का आधा भाग ही पार किया जाए।

  • ऊर्जा का ध्यान रखें:

शिवलिंग के जलाधारी को ऊर्जा और शक्ति का भंडार माना जाता है, इसलिए इसे उलांघने से बचें। अगर आप

इसे गलत तरीके से पार करते हैं तो दोष लगता है और ऊर्जा की हानि होती है।

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