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महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक का पाठ – जीवन में हर बाधा दूर, मिलेगा महादेव का आशीर्वाद :

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक है, जो विशेष रूप से भगवान शिव के पूजन के लिए

समर्पित होता है। यह दिन उन सभी लोगों के लिए बहुत विशेष होता है, जो अपनी जीवन की समस्याओं से

छुटकारा पाने और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं। इस दिन रुद्राभिषेक का पाठ करने से न

केवल जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं, बल्कि भगवान शिव का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।

रुद्राभिषेक का महत्व :

रुद्राभिषेक एक ऐसा पवित्र अनुष्ठान है, जिसे विशेष रूप से महाशिवरात्रि के दिन किया जाता है। यह पूजा

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए की जाती है, जिसमें शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, शहद, घी, आदि

से किया जाता है। इस प्रक्रिया में रुद्र सूक्त का पाठ किया जाता है, जो भगवान शिव की महिमा का बखान

करता है। रुद्राभिषेक से व्यक्ति को मानसिक शांति, समृद्धि, और हर प्रकार के कष्ट से मुक्ति मिलती है।

रुद्राभिषेक पाठ के मंत्र :

रुद्राभिषेक के दौरान कुछ विशेष मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। ये मंत्र भगवान शिव की पूजा में अत्यंत

प्रभावी होते हैं। निम्नलिखित मंत्रों का जाप विशेष रूप से महाशिवरात्रि पर किया जाता है:

1. ॐ नम: शम्भवाय च मयोभवाय च नम: शंकराय च मयस्कराय च नम: शिवाय च शिवतराय च

2. सर्वविद्यानामीश्व रः सर्वभूतानां ब्रह्माधिपतिर्ब्रह्मणोऽधिपति ब्रह्मा शिवो मे अस्तु सदाशिवोय्‌

3. तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

4. अघोरेभ्योथघोरेभ्यो घोरघोरतरेभ्यः सर्वेभ्यः सर्व सर्वेभ्यो नमस्ते अस्तु रुद्ररुपेभ्यः॥

5. वामदेवाय नमो ज्येष्ठारय नमः श्रेष्ठारय नमो रुद्राय नमः कालाय नम: कलविकरणाय नमो

बलविकरणाय नमः बलाय नमो बलप्रमथनाथाय नमः सर्वभूतदमनाय नमो मनोन्मनाय नमः॥

इसके अलावा, ॐ ह्रीं ह्रौं नम: शिवाय, ॐ पार्वतीपतये नम:, ॐ पशुपतये नम:, और ॐ त्र्यम्बकं यजामहे जैसे मंत्र भी रुद्राभिषेक में महत्वपूर्ण होते हैं।


रुद्राभिषेक पाठ के फायदे :

महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक का पाठ करने के अनेक फायदे होते हैं, जो जीवन को सुखमय और शांतिपूर्ण

बना सकते हैं:

1. जीवन में आ रही बाधाओं का निवारण:

रुद्राभिषेक से जीवन में आ रही सभी बाधाएं समाप्त होती हैं। व्यक्ति के मानसिक, शारीरिक और

आर्थिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। महाशिवरात्रि पर यह पूजा विशेष रूप से प्रभावी मानी जाती है,

क्योंकि इस दिन भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

2. भगवान शिव की कृपा और खुशहाली:

रुद्राभिषेक के द्वारा भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। यह न केवल व्यक्ति को आशीर्वाद देता

है, बल्कि घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि भी लाता है। परिवार में प्रेम और सामंजस्य बना

रहता है, और रिश्ते मजबूत होते हैं।

3. अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त:

रुद्राभिषेक का पाठ करने से अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त होता है और घर में शुभ कार्यों की

शुरुआत होती है। यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है, जिससे जीवन में स्थिरता

और सफलता मिलती है।

4. वैवाहिक जीवन में मधुरता:

रुद्राभिषेक से वैवाहिक जीवन में भी सुख और शांति आती है। पारिवारिक तनाव और क्लेश समाप्त

होते हैं, और दोनों साथी एक दूसरे के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं। इस पूजा के प्रभाव

से जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

रुद्राभिषेक करने का तरीका :

रुद्राभिषेक का पाठ करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना चाहिए:

1. शिवलिंग की स्थापना:

सबसे पहले एक पवित्र स्थान पर शिवलिंग स्थापित करें। ध्यान रखें कि शिवलिंग का अभिषेक

स्वच्छता के साथ किया जाए।

2. पूजन सामग्री का संग्रह:

रुद्राभिषेक के लिए आपको कुछ विशेष पूजन सामग्री की आवश्यकता होगी, जैसे जल, दूध, घी, शहद,

चंदन, बेलपत्र, और पुष्प। इन सामग्रियों से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है।

3. मंत्रों का उच्चारण:

रुद्राभिषेक के समय भगवान शिव के मंत्रों का जाप किया जाता है। इन मंत्रों को श्रद्धा और

ध्यानपूर्वक बोलें।

4. प्रस्तावना और पूजन:

पूजा से पहले भगवान शिव की अराधना करें और फिर रुद्राभिषेक का पाठ शुरू करें। पूजा के बाद

बेलपत्र, फूल, और जल अर्पित करें।

5. अंत में भगवान शिव से आशीर्वाद लें:

पूजा के बाद भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने जीवन की सभी समस्याओं के

समाधान की प्रार्थना करें।

 
 
 

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