top of page

महाशिवरात्रि 2025: विशेष पूजा विधि और राशि अनुसार उपाय :

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है, जो हर साल विशेष श्रद्धा और धूमधाम से मनाया

जाता है। यह दिन भगवान शिव के पूजन का है, और इस दिन को विशेष रूप से उपवास, मंत्र जाप,

रुद्राभिषेक, पूजा अर्चना, और विशेष उपायों के लिए जाना जाता है। अगर आप महाशिवरात्रि पर अपने जीवन

में सुख, समृद्धि और शांति लाना चाहते हैं तो आपको अपने राशि अनुसार विशेष उपायों को अपनाना

चाहिए।

इस ब्लॉग में हम आपको प्रत्येक राशि के अनुसार महाशिवरात्रि की पूजा विधि और विशेष उपाय बताएंगे,

जिनसे आप इस दिन का अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

1. मेष राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

मेष राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का गुलाल से अभिषेक करना चाहिए। इसके

साथ-साथ ॐ सोमनाथाय नम: का जाप करें और रक्त चंदन का त्रिपुंड लगाकर लाल कनेर का फूल चढ़ाएं।

पूजा में शिवाष्टक का पाठ करें।

उपाय: भगवान शिव को कच्चा दूध अर्पित करें और इसके साथ दही, धतूरा भी चढ़ाएं। इस दिन शिवाष्टक

स्तोत्र का पाठ करें।

2. वृषभ राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

वृषभ राशि के जातकों के लिए दूध से अभिषेक करना बहुत लाभकारी होता है। साथ ही ॐ नागेश्वराय नमः

का जाप करें।

उपाय: वृषभ राशि के जातक भगवान शिव को गन्ने का रस अर्पित करें और उन्हें मोगरे का इत्र, बेलपत्र और

चंदन भी अर्पित करें। साथ में रुद्राष्टक का पाठ करें।

3. मिथुन राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

मिथुन राशि के जातकों को गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए और ॐ प्रवराय नमः का

जाप करें।

उपाय: मिथुन राशि के जातक भगवान शिव को स्फटिक की माला अर्पित करें और साथ ही चंदन, बेलपत्र और

सफेद आंकड़े का फूल भी अर्पित करें। पूजा के दौरान शिव स्तोत्र का पाठ करें।

4. कर्क राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

कर्क राशि के जातकों को पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए और ॐ नम: शिवाय के साथ

प्रभवे नम: का मंत्र जाप करें।

उपाय: भगवान शिव को गाय का कच्चा दूध और जल अर्पित करें, साथ ही उन्हें चंदन, बेर और सफेद रंग की

मिठाई अर्पित करें। शिव सहस्त्र नामावली का पाठ करें।

5. सिंह राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

सिंह राशि के जातकों को शहद से अभिषेक करना चाहिए और ॐ नमः शिवाय का जाप करें।

उपाय: इस दिन आंकड़े का फूल और बेलपत्र भगवान शिव को अर्पित करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।

पूजा के अंत में आरती जरूर करें।

6. कन्या राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

कन्या राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक शुद्ध जल से करना चाहिए और शिव चालीसा का

पाठ करना चाहिए।

उपाय: जल में कपूर मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें और साथ में बेलपत्र, धतूरा, और आंकड़े का फूल भी अर्पित करें। इस दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप 108 बार जरूर करें।

7. तुला राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

तुला राशि के जातकों के लिए दही से शिवजी का अभिषेक करना शुभ होगा और उन्हें शिवाष्टक का पाठ

करना चाहिए।

उपाय: काला तिल जल में मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें और साथ में गुलाब का फूल, चावल, चंदन, मोगरा, और बेलपत्र अर्पित करें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते रहें और अंत में आरती जरूर करें।

8. वृश्चिक राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

वृश्चिक राशि के जातकों को दूध और घी से शिवजी का अभिषेक करना चाहिए और ॐ नम: शिवाय मंत्र का

जाप करें।

उपाय: शहद, घी और जल से भगवान शिव का अभिषेक करें और साथ में लाल फूल और मसूर की दाल अर्पित करें। शिव स्तोत्र का पाठ करें और अंत में आरती जरूर करें।

9. धनु राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

धनु राशि के जातकों को दूध से रुद्राभिषेक करना चाहिए और ॐ सर्वात्मने नम: मंत्र का जाप करना चाहिए।

उपाय: सफेद तिल जल में मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें और पीले फूल या अरहर की दाल अर्पित

करें। पूजा के समय भगवान शिव के मूल मंत्रों का जाप जरूर करें।

10. मकर राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

मकर राशि के जातकों को अनार के रस से शिव जी का अभिषेक करना चाहिए और शिवसहस्रनाम का पाठ

करना चाहिए।

उपाय: भगवान शिव को गंगाजल, दूध, बेलपत्र और गेहूं अर्पित करें और इस दौरान शिव के मंत्रों का जाप करें।

किसी जरूरतमंद को गेहूं का दान करें।

11. कुम्भ राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

कुम्भ राशि के जातकों को महाशिवरात्रि पर दूध, दही, शक्कर, घी, और शहद से भगवान शिव का अभिषेक

करना चाहिए और ॐ शिवाय नमः मंत्र का जाप करें।

उपाय: जल में काला तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें और भस्म से महादेव का श्रृंगार करें। साथ

ही अपराजिता के सात फूल अर्पित करें।

12. मीन राशि के जातक के लिए विशेष पूजा विधि:

मीन राशि के जातकों को रुद्राभिषेक ऋतुफल (जो मौसम का खास फल हो) के रस से करना चाहिए और ॐ

स्थिराय नमः मंत्र का जाप करें।

उपाय: भगवान शिव का अभिषेक दूध, दही और घी से करें और रात के समय पीपल के पेड़ के नीचे घी का

दीपक जलाएं। साथ में चने की दाल और पीले रंग का फूल अर्पित करें। ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।

 
 
 

Recent Posts

See All
वैशाख माह 2025 - हिन्दू कैलेंडर में महत्व, मंत्र, धार्मिक अनुष्ठान और व्रत :

ज्योतिषाचार्य भाविका राजगुरु द्वारा 2025 का वैशाख माह, जो 13 अप्रैल से शुरू होकर 12 मई तक रहेगा, धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व रखता है।...

 
 
 

Comments


bottom of page