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मौनी अमावस्या पर बना त्रिवेणी योग का शुभ संयोग, धन प्राप्ति के इन 5 विशेष उपायों से माता लक्ष्मी भर देंगी भंडार :

आज 29 जनवरी, बुधवार को मौनी अमावस्या है। मौनी अमावस्या पर स्नान-दान का महत्व बहुत अधिक माना जाता है। मौनी शब्द का अर्थ है मौन यानी चुप रहने से संबंधित है। इसे मौन रहने और आत्मचिंतन के लिए विशेष दिन माना जाता है। मौन रहने से व्यक्ति आत्मचिंतन करता है और अपने अंतर्मन की शांति प्राप्त करता है। इस साल मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी योग का शुभ संयोग बन रहा है। त्रिवेणी योग को सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। मौनी अमावस्या पर कुछ विशेष उपाय करने से न सिर्फ पितृदोष से मुक्ति मिलती है बल्कि नवग्रह भी शांत होते हैं। ऐसे घर में माता लक्ष्मी का वास भी होता है। आइए, जानते हैं मौनी अमावस्या के विशेष उपाय।

  • मौनी अमावस्या की शाम ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाना होगा। दीपक में रूई की जगह लाल धागे की बत्ती और केसर की पत्तियां डालने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। ऐसा करने से जीवन में धन प्राप्ति होती है।

  • मौनी अमावस्या पर चींटियों, मछलियों और पक्षियों को खाना खिलाने से धन की कमी दूर होती है। इस दिन चींटियों को शक्कर मिला आटा, मछलियों को आटे की गोलियां और पक्षियों के लिए दाना-पानी का प्रबंध करें। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से घर में समृद्धि बनी रहती है।

  • मौनी अमावस्या के दिन शाम के समय तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक लगाएं और 108 परिक्रमा करें। इससे जीवन में शांति और समृद्धि बढ़ेगी। साथ ही भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।

  • मौनी अमावस्या के दिन थोड़े से चावलों को केसर से रंग लें। फिर इन चावलों को दिव्य शंख या दक्षिणमुखी शंख में डालें। घी का दीपक जलाएं। कमलगट्टे की माला से महालक्ष्मी मंत्र "ॐ श्रीं" का 11 माला जाप करें। इससे घर में धन की कमी नहीं रहेगी।

  • मौनी अमावस्या पर दान का भी बहुत महत्व है इसलिए मौनी अमावस्या पर गरीबों और जरुरतमंदों को दान अवश्य करें। इसके साथ ही माता लक्ष्मी, शिव परिवार को भोग लगाकर उस खीर का वितरण मनुष्यों और जानवरों में जरूर करें। इससे भी जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।


 
 
 

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