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फाल्गुन माह में भगवान कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की पूजा का महत्व और उपाय :

फाल्गुन माह भारतीय धार्मिक कैलेंडर में अत्यधिक महत्व रखने वाला महीना है। इसे भगवान कृष्ण,

भगवान शिव, माता लक्ष्मी, और चंद्र देव की पूजा का विशेष महीना माना जाता है। इस समय कई प्रमुख

हिंदू पर्वों जैसे होली, महाशिवरात्रि, और चैत्र नवरात्रि का आयोजन होता है। इस माह का विशेष धार्मिक,

वैज्ञानिक और प्राकृतिक महत्व है। आइए जानते हैं, लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु के अनुसार,

फाल्गुन माह के दौरान पूजा के महत्व, विभिन्न उपायों और मंत्रों के बारे में।

फाल्गुन माह 2025 का प्रारंभ और समापन:

फाल्गुन माह इस वर्ष 13 फरवरी 2025 को शुरू हो रहा है, जो 14 मार्च 2025 तक चलेगा। 14 मार्च को होलिका दहन और फाल्गुन माह का समापन होगा। इस माह की शुरुआत रात 8:21 मिनट पर होगी। इस महीने में चंद्र देव की पूजा का विशेष महत्व होता है, साथ ही अन्य धार्मिक क्रियाओं को भी इस दौरान किया जाता है।

फाल्गुन माह का महत्व:

लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु ने बताया कि भारत में फाल्गुन माह को विशेष धार्मिक माह माना

जाता है, क्योंकि इस महीने में भगवान कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन

माह में भगवान कृष्ण के साथ-साथ भगवान शिव, माता लक्ष्मी और चंद्र देव की भी पूजा की जाती है।

फाल्गुन माह के समय महाशिवरात्रि, होली और अन्य महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं, जो धार्मिक दृष्टि

से अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।धार्मिक दृष्टि से यह महीना न केवल आंतरिक शांति और समृद्धि का माह है,

बल्कि यह विशेष रूप से सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति के लिए उपयुक्त माना जाता है।

फाल्गुन में आने वाले प्रमुख व्रत और त्योहार:

  • होली: यह रंगों का त्योहार होता है जो फाल्गुन माह में आता है। यह खुशी और उल्लास का प्रतीक है।

  • महाशिवरात्रि: इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस दिन विशेष रूप से शिवलिंग की पूजा का महत्व है।

  • चंद्र पूजा: इस माह में चंद्र देव की पूजा भी विशेष रूप से की जाती है, क्योंकि चंद्रमा का जन्म भीइसी माह में हुआ था।

फाल्गुन माह में भगवान कृष्ण की पूजा के उपाय:

फाल्गुन माह में भगवान कृष्ण के विभिन्न रूपों की पूजा का महत्व है। लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु के अनुसार, इस माह में भगवान कृष्ण की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।

कृष्ण के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है:

1. बालकृष्ण की पूजा:

o मानसिक तनाव और वैवाहिक जीवन में सामंजस्य बनाए रखने के लिए बाल कृष्ण की पूजा करें।

2. राधाकृष्ण की पूजा:

o प्रेम और विश्वास को प्रगाढ़ करने के लिए राधा कृष्ण का ध्यान करें।

3. गोविंद रूप में पूजा:

o गाय चराने वाले गोविंद रूप में पूजा करके घर में सुख-शांति बनाए रखें।

4. योगीराज कृष्ण की पूजा:

o यदि आप जीवन में कठिनाई महसूस कर रहे हैं या मार्गदर्शन की आवश्यकता है, तो योगीराज कृष्ण

की पूजा करें, जैसा कि उन्होंने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था।

कृष्ण पूजा के लिए मंत्र:

  • ॐ श्री कृष्णाय नमः

  • ॐ श्रीं कृष्णाय गोविंदाय गोकुल वासिनाय नमः

  • ॐ नमो भगवते वासुदेवाय

फाल्गुन माह में विशेष उपाय:

1. चमेली और पीले फूल अर्पित करें:

भगवान श्री कृष्ण को चमेली और पीले रंग के फूल अर्पित करें। इससे वैवाहिक जीवन में सुख और

शांति बनी रहती है।

2. मोरपंख अर्पित करें:

यदि वैवाहिक जीवन में कोई परेशानी हो, तो भगवान श्री कृष्ण को मोरपंख अर्पित करें। यह उपाय

शांति और सामंजस्य के लिए प्रभावी होता है।


फाल्गुन माह में भगवान शिव की पूजा:

लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु ने बताया कि फाल्गुन माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष

महत्व है। फाल्गुन माह में शिवलिंग की पूजा करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर हो सकती हैं। इस

महीने में महाशिवरात्रि का पर्व आता है, जो शिव भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

शिवलिंग की पूजा और उपाय:

  • शिवलिंग की पूजा: फाल्गुन माह में भगवान शिव की पूजा से स्वास्थ्य में लाभ होता है और

    मानसिक शांति प्राप्त होती है।

  • मंत्र: ॐ नमः शिवाय का जाप करें।

  • स्वास्थ्य लाभ के लिए विशेष उपाय: अगर आप लंबे समय से बीमार हैं, तो रात को तुलसी की माला

  • से ॐ नमो भगवते रुद्राय मृतार्क मध्ये संस्थिताय मम शरीरं अमृतं कुरु कुरु स्वाहा का 1008 बार जाप करें।

  • शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और ॐ नमो भगवते रुद्राय का 1008 बार जाप करें।


चंद्र देव की पूजा:

लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु ने बताया कि अगर किसी की कुंडली में चंद्रमा कमजोर है, या आपकी कुंडली में चंद्र दोष है, तो इस माह में चंद्र देव की पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है। और जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

चंद्र देव के लिए मंत्र:

ॐ सों सोमाय नमः का 108 बार जाप करें। चंद्रमा की पूजा से मानसिक तनाव कम होता है और स्वास्थ्य

में भी सुधार होता है।

माँ लक्ष्मी की पूजा:

लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु ने बताया कि फाल्गुन माह में अगर आप आर्थिक परेशानियों से

छुटकारा पाना चाहते हैं, तो माँ लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें। फाल्गुन माह में माता लक्ष्मी की पूजा करने से

आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। इस समय माता लक्ष्मी को खीर का भोग अर्पित करें ।

इससे धन की प्राप्ति और समृद्धि के अवसर बढ़ सकते हैं।

माँ लक्ष्मी के मंत्र:

1. ॐ श्रीं क्लीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा

  1. श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः


    फाल्गुन माह में दान और तर्पण का महत्व:

    लाल-किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु ने बताया कि मत्स्य, ब्रह्म और नारद पुराण के अनुसार फाल्गुन माह को मन्वादि तिथि कहा जाता है, और इस माह में दिया गया दान अत्यधिक पुण्यकारी माना जाता है। फाल्गुन माह में दान करने से पुण्य प्राप्ति होती है। इस माह में गरीबों को भोजन दान करना, गाय का दान करना, और पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत फायदेमंद माना जाता है। साथ ही, पितरों के लिए तर्पण करना भी विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस माह में शुद्ध घी, तिल, सरसों का तेल, मौसमी फल आदि का दान करने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। इस माह में किए गए दान से न केवल पितरों का आशीर्वाद मिलता है, बल्कि यह व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में समृद्धि, सुख और सफलता भी प्रदान करता है।

    दान के उपाय:

    1. गाय का दान: गाय का दान करना अत्यंत पुण्यकारी होता है।

    2. गरीबों को भोजन दान: फाल्गुन माह में गरीबों को खिचड़ी, दाल, सब्जी और मिठाई दान करें।

    3. पवित्र नदियों में स्नान: इस माह में पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।


    फाल्गुन माह के धार्मिक और जीवनशैली के नियम:

    1. गेहूं के बजाय मोटा अनाज खाएं।

    2. गर्म और ठंडी तासीर वाली चीजों से बचें।

    3. रंग-बिरंगे और साफ वस्त्र पहनें।

    4. चंदन की खुशबू का प्रयोग करें।

    5. नशीले पदार्थों से दूर रहें।

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