नवरात्रि के आठवें दिन की पूजा: माँ महागौरी पूजा और मंत्र:
- Bhavika Rajguru
- Apr 2
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चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन माँ महागौरी की पूजा का विशेष महत्व है। माँ महागौरी का रूप अत्यंत शुद्ध
और शांत है, और वे पवित्रता, सौम्यता और सुख के प्रतीक मानी जाती हैं। पुष्कर की प्रसिद्ध लाल-किताब
ज्योतिर्विद, भाविका राजगुरु के अनुसार उन्हें विशेष रूप से शांति, समृद्धि और मानसिक शुद्धता प्रदान करने
वाली देवी माना जाता है। उनके आशीर्वाद से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख, शांति
और संतुलन आता है।

माँ महागौरी का स्वरूप:
माँ महागौरी का रूप अत्यंत सुंदर और दिव्य है। वे सफेद रंग के वस्त्र पहनने वाली, सफेद वृषभ पर सवार,
त्रिनेत्रधारिणी हैं। उनके एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे में डमरू होता है। उनका रूप पवित्रता और शांति का
प्रतीक है, और वे सभी भक्तों को मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करती हैं। राहु संबंधी समस्याओं को
दूर करने के लिए उनकी पूजा विशेष रूप से लाभकारी मानी जाती है।
माँ महागौरी के लिए मंत्र:
1. महागौरी जप मंत्र:
ॐ देवी महागौर्यै नमः
या ॐ देवी महागौर्यै नमः
2. पूजा के लिए मंत्र:
पूर्णन्दु खेलं गौरी सोमचक्रस्थितं अष्टमं महागौरी त्रिनेत्राम्, वरभीतिकरण त्रिशूल डमरूधरं महागौरी
भजेम्या पूर्ण्दु निभं गौरी सोमचक्रस्थितम् अष्टम् महागौरी त्रिनेत्रम्, वरभितिकारम त्रिशूल डमरूधरम्
महागौरी भजेम्
3. महागौरी स्तुति मंत्र:
या देवी सर्वभूतेषु मां महागौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
4. प्रार्थना मंत्र:
श्वेते वृषेसमारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोददा॥
पूजा विधि:
1. दीपक और पूजा सामग्री:
सबसे पहले, पूजा स्थल पर एक गाय के घी का दीपक जलाएं। फिर जल, लाल फूल, और चावल
(अक्षत) दाहिने हाथ में लेकर, माँ दुर्गा के 9 स्वरूपों का आवाहन करें।
2. मंत्रों का जप:
उपरोक्त दिए गए मंत्रों का जाप तुलसी की माला से 108 बार करें। यह प्रक्रिया 9 दिनों तक निरंतर
करें।
3. भोग अर्पण:
नारियल का भोग माँ महागौरी को अर्पित करें। नारियल का भोग अर्पित करने और उसे दान करने से
संतान सुख मिलता है और विशेष रूप से संतान संबंधित परेशानियाँ दूर होती हैं।
4. हवन:
नवरात्रि के आखिरी दिन सभी मंत्रों के साथ 51-51 आहुति से हवन करें। इससे घर में शांति, समृद्धि
और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
माँ महागौरी के आशीर्वाद से लाभ:
पवित्रता और मानसिक शांति: माँ महागौरी के आशीर्वाद से भक्त के मन और आत्मा में शुद्धता
आती है। मानसिक शांति, सौम्यता और संतुलन की प्राप्ति होती है।
संतान संबंधी समस्याओं का समाधान: नारियल का भोग अर्पित करने से संतान संबंधित सभी
समस्याएं दूर होती हैं और माता-पिता को संतान सुख प्राप्त होता है।
कष्टों का निवारण: माँ महागौरी के दर्शन और पूजा से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं। उनके
आशीर्वाद से जीवन में सुख, शांति और सफलता का वास होता है।
राहु दोष का निवारण: राहु संबंधित समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए उनकी पूजा अत्यंत प्रभावकारी
मानी जाती है।
नोट: पुष्कर की प्रसिद्ध लाल-किताब ज्योतिर्विद, भाविका राजगुरु के अनुसार इस दिन श्रद्धा और विश्वास के
साथ पूजा करें और माँ महागौरी से शुद्धता, सुख और शांति की प्रार्थना करें। उनके आशीर्वाद से जीवन में
सकारात्मक परिवर्तन और दिव्यता का आभास होगा।
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