गोविंद द्वादशी 2025: जानिए तिथि, महत्व, पूजा विधि और विशेष उपाय :
- Bhavika Rajguru
- Mar 7
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गोविंद द्वादशी 2025 कब है?
गोविंद द्वादशी व्रत फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान विष्णु के गोविंद स्वरूप की पूजा के लिए समर्पित होता है। सनातन धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व है क्योंकि यह मोक्ष और समृद्धि प्रदान करने वाला माना जाता है।
👉 गोविंद द्वादशी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त:
📅 तिथि प्रारंभ: 10 मार्च 2025, सुबह 11:36 बजे
📅 तिथि समाप्त: 11 मार्च 2025, दोपहर 02:02 बजे
📿 पूजा का शुभ समय: उदया तिथि के अनुसार 11 मार्च को गोविंद द्वादशी का व्रत रखा जाएगा।

गोविंद द्वादशी का महत्व :
गोविंद द्वादशी व्रत को करने से पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है। इस व्रत के प्रभाव से न केवल सांसारिक बाधाएं दूर होती हैं, बल्कि व्यक्ति को वैकुंठ लोक की प्राप्ति भी हो सकती है।
गोविंद द्वादशी पूजा विधि :
1️⃣ स्नान एवं संकल्प: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
2️⃣ मंदिर की सफाई: घर के मंदिर को शुद्ध करें और गंगाजल का छिड़काव करें।
3️⃣ भगवान विष्णु की पूजा: श्री हरि विष्णु की मूर्ति या चित्र पर पीले फूल, चंदन, धूप, दीपक और तुलसी दल अर्पित करें।
4️⃣ भोग अर्पण: भगवान को पंचामृत, फल, मिष्ठान और विशेष रूप से खीर का भोग लगाएं।
5️⃣ मंत्र जाप: "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का 108 बार जप करें।
6️⃣ आरती एवं कथा: भगवान की आरती करें और गोविंद द्वादशी व्रत कथा का श्रवण करें।
7️⃣ दान-पुण्य: इस दिन गरीबों को अन्न, वस्त्र और दक्षिणा का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
गोविंद द्वादशी पर किए जाने वाले विशेष उपाय :
🔹 वैवाहिक जीवन की सुख-शांति: विष्णु जी और माता लक्ष्मी की संयुक्त पूजा करें और सफेद वस्त्र अर्पित करें।
🔹 आर्थिक समृद्धि: पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं और "ॐ श्रीं श्रीये नमः" मंत्र का जाप करें।
🔹 रोग और संकट से मुक्ति: जरूरतमंदों को भोजन कराएं और गोशाला में दान करें।
🔹 करियर और व्यापार में सफलता: भगवान विष्णु को पीले रंग के फूल चढ़ाएं और केले के पौधे की पूजा करें।
विशेष ज्योतिषीय मार्गदर्शन :
गोविंद द्वादशी का व्रत करने से कई ग्रह दोष शांत होते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में आर्थिक परेशानी, वैवाहिक जीवन की समस्या या अन्य कोई ग्रह बाधा हो, तो इस दिन विशेष पूजा करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
अगर आप अपनी कुंडली के अनुसार विशेष उपाय जानना चाहते हैं, तो अनुभवी ज्योतिषाचार्य भाविका राजगुरु (Rajguru AstroScience) से संपर्क कर सकते हैं।
निष्कर्ष :
गोविंद द्वादशी 2025 का व्रत हर शुभ कार्य की सफलता और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है। भगवान विष्णु की आराधना से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। इस पावन दिन पर सच्चे मन से व्रत और पूजा करें तथा दान-पुण्य करके पुण्य अर्जित करें।
🔹 आप सभी को गोविंद द्वादशी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं! 🙏
(लेख: भाविका राजगुरु, Rajguru AstroScience | www.rajguruastroscience.com)
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